(अ) गणित का जादू (ब) पहेली (स) अचंभा
Summary in Marathi
हा अध्याय मुख्यतः गणिताच्या एका जादुई युक्तीबद्दल आहे, ज्यामध्ये मोबाइल क्रमांकाचा अंतिम अंक आणि व्यक्तीचे वय अचूक अंदाज लावले जाते. या युक्तीमध्ये गणितीय गणनांच्या साहाय्याने उत्तर मिळते, जे विद्यार्थी आणि प्रेक्षकांसाठी आश्चर्यकारक असते. गणिताचा हा जादू शिकल्यानंतर विद्यार्थी सहजगत्या संख्यांच्या गुणधर्म समजू शकतात.
यानंतर, अध्यायात काही मनोरंजक कोडी दिली आहेत. ही कोडी मुलांच्या विचारसरणीला चालना देतात आणि त्यांच्या बौद्धिक क्षमतेला वाव देतात. कोडींचे उत्तर शोधणे हा एक आनंददायी अनुभव असतो. शेवटी, “अचंभा” ही कविता मुलांच्या जिज्ञासेला अधोरेखित करते. यात निसर्गातील विविध गोष्टींबद्दल असंख्य प्रश्न विचारले गेले आहेत. ही कविता मुलांना जगाबद्दल अधिक जाणून घेण्याची प्रेरणा देते आणि त्यांच्या कल्पनाशक्तीला चालना देते.
Summary in English
This chapter primarily focuses on a magical mathematical trick that helps predict a person’s last mobile number digit and their exact age. The trick involves a sequence of calculations that lead to an accurate result, which amazes students and readers. By understanding this trick, students develop an interest in numbers and their unique properties.
Following this, the chapter includes several interesting riddles that enhance logical thinking and problem-solving skills among students. Solving these riddles is an enjoyable and engaging activity. Lastly, the poem “Aachambha” highlights a child’s curiosity about the natural world. It presents various questions about nature, encouraging children to think, observe, and learn more about their surroundings. This poem fosters creativity and a scientific temperament in young minds.
Summary in Hindi
यह अध्याय मुख्य रूप से एक गणितीय जादू पर केंद्रित है, जो व्यक्ति के मोबाइल नंबर के अंतिम अंक और उसकी उम्र का सही-सही अनुमान लगाने की विधि बताता है। इसमें संख्याओं की एक विशेष गणना पद्धति का उपयोग किया जाता है, जिससे सही उत्तर प्राप्त होता है। इस तकनीक को समझने से छात्रों की गणितीय समझ विकसित होती है और वे संख्याओं के गुणधर्मों को बेहतर तरीके से जान पाते हैं।
इसके बाद अध्याय में कुछ रोचक पहेलियाँ दी गई हैं, जो बच्चों के तर्कशक्ति और सोचने-समझने की क्षमता को बढ़ाती हैं। पहेलियों को हल करना एक मज़ेदार अनुभव होता है और यह बच्चों के मानसिक विकास में सहायक होता है। अंत में, “अचंभा” नामक कविता बच्चों की जिज्ञासा को दर्शाती है। इसमें नन्हीं बच्ची रावी प्रकृति से जुड़े कई सवाल पूछती है, जैसे – तितली के पंखों का रंग कौन बनाता है? सूरज गर्मी क्यों देता है? इंद्रधनुष में सिर्फ सात रंग ही क्यों होते हैं? यह कविता बच्चों को प्रकृति को समझने और नई चीजों को जानने के लिए प्रेरित करती है।
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