बसंत गीत
1. अध्याय का परिचय
“बसंत गीत” एक सुंदर कविता है, जिसे चंद्रप्रकाश ‘चंद्र’ ने लिखा है। इस कविता में बसंत ऋतु के आगमन का हर्षोल्लास से स्वागत किया गया है। कवि ने प्रकृति में होने वाले बदलावों का सुंदर चित्रण किया है और यह बताया है कि इस ऋतु में पूरा वातावरण आनंदमय हो जाता है।
2. कविता का सारांश
बसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा कहा जाता है क्योंकि यह मौसम न अधिक ठंडा होता है और न अधिक गर्म। इस ऋतु में फूल खिलते हैं, नई कोंपलें फूटती हैं, खेतों में सरसों के पीले फूल खिल जाते हैं और आम के पेड़ों पर बौर आ जाता है। पक्षी चहचहाने लगते हैं और मधुमक्खियाँ गूंजने लगती हैं। इस ऋतु में चारों ओर उत्साह और उमंग का वातावरण बन जाता है।
3. बसंत ऋतु के प्राकृतिक दृश्य
बसंत ऋतु में प्रकृति एक नया रूप ले लेती है। इसका प्रभाव निम्नलिखित रूप में दिखता है –
- फूलों का खिलना – इस मौसम में सरसों के पीले फूल, गुलाब, चंपा, चमेली और अन्य रंग-बिरंगे फूल खिलने लगते हैं।
- पेड़ों पर नई पत्तियाँ आना – पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और पेड़ हरे-भरे हो जाते हैं।
- मधुमक्खियों की गुंजार – मधुमक्खियाँ फूलों से रस निकालने के लिए चारों ओर गूंजती हैं।
- कोयल की कूक – कोयल की मीठी आवाज वातावरण को और भी सुंदर बना देती है।
- खेतों में फसलों की हरियाली – इस समय सरसों के खेत पीले फूलों से ढक जाते हैं और गेहूँ की फसल लहलहाने लगती है।
4. बसंत ऋतु का मानव जीवन पर प्रभाव
- उत्साह और उमंग – इस ऋतु में लोग अधिक उत्साही और ऊर्जावान महसूस करते हैं।
- सांस्कृतिक पर्व – वसंत पंचमी, होली और महाशिवरात्रि जैसे त्योहार बसंत ऋतु में ही मनाए जाते हैं।
- किसानों के लिए लाभकारी – इस ऋतु में अच्छी फसलें उगती हैं, जिससे किसानों को लाभ मिलता है।
- विद्यार्थियों के लिए उत्तम समय – इस मौसम में मौसम अनुकूल रहता है, जिससे पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है।
- कलाकारों को प्रेरणा – इस समय कवि, लेखक और चित्रकारों को नई प्रेरणा मिलती है, जिससे वे सुंदर रचनाएँ करते हैं।
5. कविता में प्रयुक्त विशेष शब्दों का अर्थ
- कलोल – खुशी में चहकना या खेलना।
- मकरंद – फूलों का मीठा रस।
- ठुमक-ठुमक – खुशी में नाचने की क्रिया।
- गुंजार – मधुमक्खियों की गूंजने की आवाज।
- बौर – आम के पेड़ों पर लगने वाले पहले फूल।
निष्कर्ष
“बसंत गीत” कविता बसंत ऋतु के सौंदर्य और उत्साह को बहुत ही सुंदर रूप में प्रस्तुत करती है। यह ऋतु न केवल प्रकृति के लिए बल्कि मनुष्यों के लिए भी विशेष होती है। इस ऋतु में खेतों में हरियाली होती है, फूल खिलते हैं और संपूर्ण वातावरण उल्लास से भर जाता है। यह ऋतु न केवल किसानों के लिए शुभ होती है, बल्कि विद्यार्थियों, कलाकारों और हर व्यक्ति के मन को प्रसन्न कर देती है।
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