सोनू हाथी
लघु प्रश्न
1. विश्वास कौन था और वह क्या काम करता था?
उत्तर – विश्वास एक लकड़हारा था, जो जंगल में पेड़ काटकर अपना जीवन यापन करता था।
2. पेड़ ने विश्वास से क्या अनुरोध किया?
उत्तर – पेड़ ने विश्वास से अनुरोध किया कि वह उसे न काटे क्योंकि वह भी सभी के काम आता है।
3. विश्वास ने पेड़ को क्यों नहीं काटा?
उत्तर – जब पेड़ ने अपनी भावनाएँ प्रकट कीं, तो विश्वास को दया आ गई और उसने उसे नहीं काटा।
4. पेड़ ने विश्वास को क्या उपहार दिया?
उत्तर – पेड़ ने विश्वास को एक बीमार और भूखा हाथी का बच्चा उपहार में दिया।
5. विश्वास ने हाथी के बच्चे का क्या नाम रखा?
उत्तर – विश्वास ने हाथी के बच्चे का नाम ‘सोनू’ रखा।
6. विश्वास की पत्नी सोनू को घर में लाने पर क्यों नाराज हुई?
उत्तर – सुलमित्रा नाराज हुई क्योंकि उनके पास पहले से ही खाने-पीने की कमी थी।
7. बच्चों ने सोनू को देखकर क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर – बच्चे सोनू को देखकर बहुत खुश हुए और उसके साथ खेलने लगे।
8. विश्वास ने सोनू के भोजन की समस्या कैसे हल करने की कोशिश की?
उत्तर – विश्वास ने सोनू को मेले में ले जाने का फैसला किया, ताकि उसे अच्छा खाना मिल सके।
9. सोनू का स्वभाव कैसा था?
उत्तर – सोनू एक समझदार और भावुक हाथी था, जो विश्वास और परिवार से बहुत लगाव रखता था।
10. इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर – हमें दया, करुणा, पशु-प्रेम और कठिनाइयों में भी धैर्य रखना सीखना चाहिए।
दीर्घ प्रश्न
1. विश्वास को पेड़ को काटने की जरूरत क्यों पड़ी?
उत्तर – विश्वास एक गरीब लकड़हारा था, जो जंगल से लकड़ियाँ काटकर बाजार में बेचता था। उसके घर में खाने की समस्या थी, इसलिए वह पेड़ काटकर पैसे कमाना चाहता था।
2. पेड़ ने विश्वास को कौन सा पाठ पढ़ाया?
उत्तर – पेड़ ने विश्वास को यह सिखाया कि हर जीव-जंतु में भावनाएँ होती हैं और हमें दूसरों के प्रति दया और करुणा दिखानी चाहिए। जब विश्वास ने पेड़ को न काटने का फैसला किया, तो उसने निस्वार्थता और सहानुभूति का महत्व समझा।
3. विश्वास ने सोनू को अपनाने में हिचकिचाहट क्यों महसूस की?
उत्तर – विश्वास पहले से ही गरीबी में था और अपने बच्चों को ठीक से भोजन नहीं दे पा रहा था। उसे डर था कि वह एक भूखे और बीमार हाथी का ख्याल कैसे रख पाएगा, लेकिन अंततः उसने उसे अपना लिया।
4. विश्वास की पत्नी ने सोनू को क्यों अस्वीकार कर दिया?
उत्तर – सुलमित्रा पहले सोनू को अपनाने के लिए तैयार नहीं थी क्योंकि उनके पास खुद के खाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं था। उसे चिंता थी कि एक बड़े जानवर का पालन-पोषण कैसे किया जाएगा, लेकिन बाद में वह सोनू से स्नेह करने लगी।
5. विश्वास ने सोनू को मेले में ले जाने का निर्णय क्यों लिया?
उत्तर – घर में खाने की कमी के कारण विश्वास को चिंता थी कि सोनू को पर्याप्त भोजन नहीं मिल पाएगा। इसलिए, उसने उसे मेले में ले जाने का फैसला किया, जहाँ शायद उसे कुछ अच्छा खाने को मिल सके और मदद भी मिल सके।
6. विश्वास और सोनू के बीच किस प्रकार का रिश्ता बन गया?
उत्तर – शुरुआत में विश्वास ने सोनू को संकोच के साथ अपनाया, लेकिन धीरे-धीरे वे एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए। यह रिश्ता एक पिता और पुत्र की तरह बन गया, जिसमें विश्वास सोनू की देखभाल करता था, और सोनू भी उसकी भावनाओं को समझने लगा।
8. कहानी के माध्यम से लेखक क्या संदेश देना चाहता है?
उत्तर – यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में करुणा, दयालुता और सहानुभूति बहुत जरूरी हैं। चाहे कोई व्यक्ति हो या जानवर, हमें हर जीव के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए।
8. सोनू की उपस्थिति ने घर के वातावरण को कैसे बदल दिया?
उत्तर – शुरुआत में, सुलमित्रा और विश्वास के बीच बहस होती थी क्योंकि उनके पास भोजन की कमी थी। लेकिन जब बच्चों को सोनू से लगाव हो गया और उन्होंने उससे खेलना शुरू किया, तो घर का माहौल खुशहाल हो गया।
9. यदि विश्वास स्वार्थी होता, तो वह पेड़ को काटकर क्या खो देता?
उत्तर – अगर विश्वास ने पेड़ को काट दिया होता, तो वह केवल लकड़ी ही पाता, लेकिन एक अच्छा दोस्त खो देता। सोनू उसके जीवन में प्यार, अपनापन और खुशी लेकर आया, जो किसी भी पैसे से ज्यादा अनमोल था।
10. यदि आपको सोनू जैसा कोई जानवर मिले, तो आप क्या करेंगे?
उत्तर – अगर मुझे सोनू जैसा कोई अकेला या घायल जानवर मिले, तो मैं उसकी देखभाल करूंगा और उसे सुरक्षित स्थान पर रखूंगा। मैं उसे भोजन दूंगा, उसके इलाज का प्रबंध करूंगा और उसे अपना दोस्त बना लूंगा, ताकि वह अकेला महसूस न करे।
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