अपकार का उपकार
लघु प्रश्न
1. कछुआ कहाँ रहता था?
उत्तर – कछुआ एक तालाब में रहता था।
2. कौआ कछुए को कैसे परेशान करता था?
उत्तर – कौआ कछुए की पीठ पर चोंच मारकर उसे तंग करता था।
3. कौए का अंडा कहाँ गिरा था?
उत्तर – कौए का अंडा गलती से तालाब में गिर गया था।
4. कछुए ने अंडे को कैसे बचाया?
उत्तर – कछुए ने अपनी चतुराई से अंडे को मुँह में पकड़ लिया और किनारे पर रख दिया।
5. कौए की पत्नी ने कछुए से क्या कहा?
उत्तर – कौए की पत्नी ने कछुए से माफी माँगी और उसकी दयालुता की सराहना की।
6. कौए ने कछुए के प्रति अपना व्यवहार क्यों बदला?
उत्तर – कौए ने कछुए की अच्छाई देखकर अपनी गलती को स्वीकार किया और माफी माँगी।
7. इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर – हमें बुराई का बदला अच्छाई से देना चाहिए।
8. कछुए के स्वभाव की विशेषता क्या थी?
उत्तर – कछुआ शांत, धैर्यवान और दयालु था।
9. कहानी के अंत में कौए और कछुए के बीच क्या रिश्ता बना?
उत्तर – कहानी के अंत में वे दोनों अच्छे मित्र बन गए।
10. हमें इस कहानी से क्या सीख मिलती है?
उत्तर – हमें हमेशा परोपकारी और क्षमाशील बनना चाहिए।
दीर्घ प्रश्न
1. कौआ कछुए को बार-बार क्यों परेशान करता था?
उत्तर – कौआ बहुत चंचल और शरारती था, इसलिए वह कछुए की पीठ पर चोंच मारकर उसे तंग करता था। कछुआ शांत स्वभाव का था, इसलिए वह कभी प्रतिरोध नहीं करता था।
2. कछुए ने कौए के अंडे को बचाने के लिए क्या किया?
उत्तर – जब कौए का अंडा तालाब में गिरा, तो कछुए ने तुरंत उसे मुँह में पकड़ लिया। फिर उसने ध्यानपूर्वक अंडे को सुरक्षित किनारे पर रख दिया।
3. कौए की पत्नी ने कछुए से माफी क्यों माँगी?
उत्तर – कौए की पत्नी को यह एहसास हुआ कि कछुए को हमेशा तंग करना गलत था। कछुए की अच्छाई देखकर उसने अपनी गलती स्वीकार की और उससे क्षमा माँगी।
4. कौए ने अपनी गलती कैसे स्वीकार की?
उत्तर – जब कछुए ने बिना किसी बदले की भावना के कौए के अंडे को बचाया, तो कौए को अपनी गलती समझ आई और उसने कछुए से क्षमा माँगी।
5. इस कहानी का सबसे महत्वपूर्ण संदेश क्या है?
यह कहानी हमें सिखाती है कि बुराई का उत्तर हमें अच्छाई से देना चाहिए। दूसरों की मदद करना ही सच्ची मानवता है।
6. अगर कछुआ कौए की तरह ही व्यवहार करता, तो क्या होता?
उत्तर – अगर कछुआ भी गुस्से में आकर कौए को परेशान करता, तो यह द्वेष की भावना को जन्म देता। इससे दोनों में मित्रता कभी नहीं होती।
7. कहानी में कछुए के चरित्र की कौन-सी विशेषताएँ दिखाई देती हैं?
उत्तर – कछुआ शांत, धैर्यवान और दयालु है। वह कौए की शरारतों का बदला नहीं लेता बल्कि अच्छाई का परिचय देता है।
8. अगर आप कछुए की जगह होते, तो क्या करते?
उत्तर – अगर मैं कछुए की जगह होता, तो मैं भी धैर्य रखता और कौए के अंडे को बचाकर उसे अच्छाई की सीख देता।
9. कहानी में परोपकार का क्या महत्व दिखाया गया है?
उत्तर – इस कहानी में दिखाया गया है कि परोपकार से न केवल दूसरों की मदद होती है, बल्कि दुश्मन भी मित्र बन सकते हैं।
10. इस कहानी को अपने जीवन में कैसे लागू कर सकते हैं?
उत्तर – हमें अपने जीवन में धैर्य, क्षमा और परोपकार की भावना रखनी चाहिए। इससे हम समाज में प्रेम और मित्रता बढ़ा सकते हैं।
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