अध्ययन कौशल
मैं विद्यार्थी हूँ इसलिए मेरी दिनचर्या बड़ी साधारण और बंधी-बंधाई है। उषाकाल में उठकर मैं शोच आदि से निपट कर ठंडे पानी से स्नान करता हूँ और नास्ता कर विद्यालय जाता हूँ। ४ बजे मैं घर वापिस आकर हाथ-मुँह धोकर हल्का नास्ता करके एक घंटे की नींद लेता हूँ। ६ बजे उठकर मैं एक घंटा बाहर जाता हूँ। वहां हम सभी दोस्त खेलते हैं और बातें करते हैं। घर आकर मैं २ घंटे पढाई करता हूँ। उसके बाद पूरा परिवार मिलकर भोजन करता है। फिर मैं माता-पिता जी के चरण स्पर्श करके सो जाता हूँ।
सदैव ध्यान में रखो
युवा शक्ति देश और समाज की रीढ़ होती है। युवा देश और समाज को नए शिखर पर ले जाते हैं। युवा देश और समाज के जीवन मूल्यों के प्रतीक हैं। युवा गहन ऊर्जा और उच्च महत्वाकांक्षाओं से भरे हुए होते हैं। समाज को बेहतर बनाने और राष्ट्र के निर्माण में सर्वाधिक योगदान युवाओं का ही होता है।नवयुवकों को देशहित के लिए अपना योगदान देना चाहिए। देश को उनकी जरूरत है और इस प्रकार से वे अपनी प्रतिभाओं अथवा सामर्थ्य का सकरात्मक रूप से सही जगह इस्तेमाल कर पाएँगे।
सुनो तो जरा
इंसान अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए संचार का उपयोग करता है। संचार के कई विभिन्न प्रकार के माध्यम हैं जिस के द्वारा मानव जाति एक दूसरे तक अपना संदेश पहुंचा पाती है। रेडियो और दूरदर्शन इन्हीं जनसंचार के माध्यमों में सबसे प्राचीन में से हैं।
बताओ तो सही
संतुलित आहार-
१. एक स्वस्थ आहार वह है जो समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने या सुधारने में मदद करता है।
२. एक स्वस्थ आहार शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है।
३. रासायनिक संरचना के अनुसार कार्बोहाइड्रेट,वसा,प्रोटीन,विटामिन तथा खनिज लवण भोजन के प्रमुख तत्व हैं।
४. संतुलित आहार से बीमारियों से बचाव होता है।
५. इससे शारीरिक गतिविधियों सुचारू रूप से जारी रहती हैं।
वाचन जगत से
लेखक होने के साथ साथ वे एक आदर्श शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में भी कार्य कर चुके थे। साने गुरुजी को भारत का राष्ट्रीय शिक्षक भी कहा जाता है। इन्होने अपने लेखों में समाज से सम्बंधित महत्वपूर्ण विचार और अनुभव का प्रस्तुतीकरण किया है।
मेरी कलम से
अपने मित्र को बधाई पत्र :
41/8 ,कन्हैया नगर
हरियाणा – 208007
२६ नवंबर, २०२२
विषय : अपने मित्र को उसकी सफलता पर बधाई पत्र
प्रिय मित्र केशव ,
प्रतियोगिता में शानदार सफलता प्राप्त करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे पूर्ण विश्वास है की तुम और भी अधिक सफलता प्राप्त करोगे। मैंने इस विषय में अपनी माता को भी बताया था। यह खुशखबरी हमारे मित्र आरव ने मुझे सुबह दी। मै यह सुनकर अत्यंत खुश हुआ। लंबे समय से मैं इस समाचार को सुनने का इच्छुक था। मुझे विश्वास है की भविष्य में तुम इससे भी अधिक सफलता प्राप्त करोगे। एक बार फिर से तुम्हारी इस सफलता पर तुम्हे हार्दिक शुभकामनाएं।
तुम्हारा मित्र
नवीन
एक वाक्य में उत्तर लिखो
१. मणिलाल के सिर पर पारिवारिक बोझ था। परिवार जनों की सच्चे ह्रदय से सेवा करने की जिमेदारी उसी को सौंपी गयी थी।
२. प्रत्येक बच्चे को सत्य, अहिंसा तथा संयम इन गुणों को अपने आचरण में लाना चाहिए। ऐसा करते समय उसे आनंद की अनुभूति होनी चाहिए।
३. बापू ने कारागृह में बहुत कुछ पढ़ा। उनका मन्ना है की शिक्षा का अर्थ मात्र अक्षरज्ञान नहीं अपितु चरित्र संवर्धन एवं कर्तव्य पालन है।
४. मणिलाल को हिंदी के गीतों को एक कॉपी में सुंदर-सुडौल अक्षरों में लिखो। यह संग्रह अंत में बहुत लाभदायी, मूल्यवान होगा।
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