खोजबीन
1. हाथों को हाथ न सूझना
2. हाथ साफ करना
3. हाथ पैर फूलना
4. अपनी जान से हाथ धोना
स्वयं अध्ययन
एक गांव में एक बुढ़िया रहती थी l बुढ़िया रोज सुबह 5:00 बजे मुर्गे की पहली बांग पर उठ जाती थी और अपने दोनों नौकरों को भी उठा देती थी l रोज यही प्रतिक्रिया चलती थी l उसके नौकर बुढ़िया से परेशान हो गए थे l उन्होंने इस परेशानी से निजात पाने के लिए तरकीब निकाली कि अगर हम मुर्गे को ही खत्म कर दें तो ना वो बांग देगा और ना ही बुढ़िया उठेगी और ना हमसे काम करवाएगी l नौकरों ने ऐसा ही किया मुर्गे को मार दिया l परंतु इससे बुड़िया अगले दिन और जल्दी उठ गए क्योंकि उसे समय का कोई अंदाजा नहीं लगा कि मुर्गा नहीं होगा तो देर हो जाएगी l वह और जल्दी उठने लगी और अपने नौकरों को उठाकर उनसे फिर से काम कराने लगी l दोनों नौकर परेशान हो गए और सोचने लगे कि हमारे मुर्गे को मारने का क्या फायदा हुआ l ऐसे तो हमारा काम खराब हो गया l अब क्या करें “अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत” l
जरा सोचो ………. बताओ
यदि साइकिल बोलने लगेगी तो वह हमसे कहेगी कि आपको कहां जाना है? जहां आपको जाना है मैं आपको वहां छोड़ दूंगी lसाइकिल जब तक हमें हमारे गंतव्य तक नहीं पहुंचा देगी, वह हमसे अच्छी अच्छी बातें करेगी l वह सावधानीपूर्वक हमें हमारे स्थान पर पहुंचा देगी lवह हमें कोई चोट, खरोच नहीं लगने देगी l वह हमारी सबसे प्रिय सहेली बन जाएगी l
विचार मंथन
गागर में सागर भरना अथार्त कम शब्दों में अधिक बात कहना:-
पहले समय में ऋषि मुनियों की बातें सुनकर लोगों को ऐसा लगता था कि उन्होंने गागर में सागर भर दिया यानी कम शब्दों में ही बहुत गहरी और अधिक बात समझा दी l
सदैव ध्यान में रखो
प्रसनंता मनुष्य को जीवन में सफलता देती हैl प्रसन्न व्यक्ति को हर तरफ सकारात्मकता नजर आती है l प्रसन्न व्यक्ति परिस्थिति के अनुरूप अपने आप को परिवर्तित कर लेता है l वह प्रत्येक परिस्थिति में प्रसन्न हो जाता है, चाहे वह परिस्थिति उसके अनुरूप हो या नहीं |
हमें समझो
1- इस चिन्ह द्वारा रुकने के निर्देश दिए जाते हैं|
2- यू टर्न ना लें| 3- वाहन को सड़क पर आगे जाने की अनुमति है|
4- वाहन को खड़ा करना मना है|
5- भारी वाहन ले जाना वर्जित है |
6- आगे स्कूल है कृपा गाड़ी ध्यान से चलाएं|
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