परिचय
यह पाठ एक लोरी (शिशु गीत) के माध्यम से माँ के प्यार और ममता को दर्शाता है। माँ अपने बच्चे को सुलाने के लिए उसे प्यार भरी बातें और मधुर गीत सुनाती है। यह कविता बच्चों को शांतिपूर्ण नींद और माँ के प्रेम की अनुभूति कराती है।
मुख्य पात्र
- माँ – अपने बच्चे को सुलाने वाली।
- मुन्नी रानी – माँ की प्यारी बेटी, जिसे लोरी सुनाई जा रही है।
- चंदा मामा – जो आकर बच्ची को बहलाने और सुलाने वाले हैं।
कविता का सार
- माँ अपनी मुन्नी रानी को सोने के लिए कहती है और वादा करती है कि वह उसे दूध-मलाई और मीठी लोरी सुनाएगी।
- जब रात होगी, तो चाँद मुस्कुराएगा और अपनी ठंडी चाँदनी से उसे रिझाएगा।
- माँ कहती है कि अगर मुन्नी कुछ माँगेगी, तो वह उसे दिखाएगी।
- चंदा मामा आएंगे और अपनी रोशनी से मुन्नी को बहलाएँगे।
- माँ अपने बच्चे पर सारा प्यार लुटाने का वादा करती है और उसे जल्दी सो जाने के लिए कहती है।
इस कविता से हमें क्या सीख मिलती है?
✅ माँ का प्यार सबसे अनमोल होता है।
✅ बच्चे को प्यार से सुलाने के लिए लोरी बहुत अच्छी होती है।
✅ चाँद और उसकी चाँदनी को देखकर बच्चों को खुशी मिलती है।
कठिन शब्द और उनके अर्थ
- शीतल – ठंडा और आरामदायक
- रिझाना – खुश करना
- मधुर – मीठा और सुरीला
- प्यार लुटाना – बहुत सारा प्रेम देना
- सुहानी – सुंदर और अच्छी
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