परिचय
- यह कविता डॉ. हनुमंत नायडू द्वारा लिखी गई है।
- इस कविता में धान की बाली को एक बेटी की तरह दर्शाया गया है, जो खेतों में लहराती है।
- कविता किसानों की मेहनत, फसल की सुंदरता और प्रकृति के महत्व को दर्शाती है।
- इसमें प्रकृति और मानव के गहरे संबंध को भी दिखाया गया है।
कविता का सारांश
🔹 धान की बाली का सुंदर चित्रण
- कवि ने धान की बाली को एक सुंदर, कोमल और लहराने वाली बेटी के रूप में दिखाया है।
- खेत में खड़ी फसल हवा में झूमती और लहराती है, मानो नाच रही हो।
- बारिश की बूंदें उसे सहलाती हैं, और सूरज उसे प्रकाश देकर बढ़ने में मदद करता है।
🔹 किसान की मेहनत और फसल का महत्व
- धान की बाली किसान के परिश्रम का प्रतीक है।
- किसान अपनी मेहनत से इसे पालता-पोसता है और अंत में यह उसकी मेहनत का फल बनती है।
- जब फसल पक जाती है, तो ऐसा लगता है जैसे वह गीत गा रही हो और अपनी खुशी जाहिर कर रही हो।
🔹 प्रकृति का योगदान
- धान की बाली का अस्तित्व सूर्य, वर्षा और हवा पर निर्भर करता है।
- यह हमें सिखाती है कि इंसान को भी प्रकृति के साथ मिलकर रहना चाहिए।
- किसान के पसीने और मेहनत से यह फसल सोने के समान कीमती बन जाती है।
कठिन शब्द और उनके अर्थ
शब्द | अर्थ |
---|---|
बाली | धान या गेहूं का गुच्छा |
मंडप | छत की तरह बना हुआ ढांचा |
रखवाला | सुरक्षा करने वाला (यहाँ सूरज के लिए प्रयुक्त) |
सुप्रभात | सुबह का समय |
तान | संगीत की ध्वनि, सुर |
आँचल | कपड़े या साड़ी का किनारा |
कविता में दर्शाए गए मुख्य विषय
✅ किसान की मेहनत:
- किसान अपनी मेहनत और लगन से फसल उगाता है।
- वह धान की हर बाली को संतान की तरह पालता है।
✅ प्रकृति का महत्व:
- बारिश, सूरज, और हवा फसल के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।
- हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और उसे बचाना चाहिए।
✅ फसल का मूल्य:
- धान की बाली सिर्फ अनाज नहीं, बल्कि किसानों की मेहनत और सपनों का परिणाम होती है।
- हमें खाद्य पदार्थों की बर्बादी से बचना चाहिए और उनका आदर करना चाहिए।
कविता से हमें क्या सीख मिलती है?
🔹 किसान का श्रम बहुत कीमती होता है।
🔹 अन्न का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि यह कठिन परिश्रम से उगता है।
🔹 प्रकृति और मानव का रिश्ता अटूट है, हमें इसका ध्यान रखना चाहिए।
🔹 मेहनत से किए गए कार्य का फल जरूर मिलता है।
विलोम शब्द (विपरीत शब्द)
शब्द | विलोम |
---|---|
झूमना | सूखना |
जीत | हार |
मेहनत | आलस्य |
सुबह | रात |
प्रकाश | अंधकार |
खुशी | दुख |
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