1. कविता का नाम क्या है?
उत्तर: कविता का नाम “बसंती हवा” है।
2. यह कविता किसने लिखी है?
उत्तर: यह कविता केदारनाथ अग्रवाल ने लिखी है।
3. बसंती हवा खुद को कैसे बताती है?
उत्तर: बसंती हवा खुद को मस्ती भरी, निडर और घूमने वाली बताती है।
4. बसंती हवा कहाँ-कहाँ घूमती है?
उत्तर: बसंती हवा पेड़ों, खेतों और बागों में घूमती है।
5. बसंती हवा आम के पेड़ के साथ क्या करती है?
उत्तर: बसंती हवा आम के पेड़ को झकोरती है।
6. हवा ने गेहूं के खेत में क्या किया?
उत्तर: हवा ने गेहूं के खेत में लहरें उठाईं।
7. बसंती हवा को कैसी चीजें पसंद हैं?
उत्तर: बसंती हवा को मस्ती, आज़ादी और घूमना पसंद है।
8. बसंती हवा का स्वभाव कैसा है?
उत्तर: बसंती हवा का स्वभाव मनमौजी और चंचल है।
9. बसंती हवा ने कोयल के साथ क्या किया?
उत्तर: बसंती हवा ने कोयल से ‘कू’ की आवाज़ निकलवाई।
10. इस कविता का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: इस कविता में बसंत ऋतु की मस्ती और ताजगी का वर्णन किया गया है।
11. कवि ने बसंती हवा को कैसी बताया है?
उत्तर: कवि ने बसंती हवा को मस्तमौला, निडर और चंचल बताया है, जो बिना चिंता के जहाँ चाहती है, वहाँ घूमती है।
12. बसंती हवा का प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: बसंती हवा फूलों, पेड़ों, खेतों और कोयल को हिलाती-डुलाती है और हर चीज़ में ताजगी भर देती है।
13. बसंती हवा खेतों और बागों में क्या बदलाव लाती है?
उत्तर: बसंती हवा फसल को लहराती है, फूलों को झुलाती है और आम के पेड़ों को झकोरती है।
14. बसंती हवा से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर: बसंती हवा हमें खुश, निडर और आज़ाद रहने की सीख देती है और यह बताती है कि जीवन में मस्ती भी ज़रूरी है।
15. बसंत ऋतु को सुंदर क्यों माना जाता है?
उत्तर: बसंत ऋतु को सुंदर माना जाता है क्योंकि इसमें फूल खिलते हैं, खेतों में हरियाली होती है और वातावरण सुहावना बन जाता है।
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