Summary For All Chapters – Balbharati English Class 6
Who’s the Greatest ?
Summary in English
This story is about Emperor Akbar and his clever minister, Birbal. Akbar was a great ruler who loved to ask tricky questions in his court. Birbal was always ready with smart answers.
In the first story, Akbar asked his courtiers what punishment should be given to someone who pulled his moustache. The courtiers suggested harsh punishments. But Birbal said the person should be given sweets. Akbar laughed because his own grandson had done it!
In the second story, some courtiers praised Akbar too much, saying he was greater than God. Akbar challenged them to prove it. Birbal answered that Akbar could banish (send away) someone from his kingdom, but God cannot do that because His kingdom is everywhere. Akbar was very happy with this clever answer and forgave the courtiers.
This story shows Birbal’s intelligence and Akbar’s wisdom.
Summary in Marathi
ही गोष्ट सम्राट अकबर आणि त्याचा हुशार मंत्री बीरबल यांची आहे. अकबर हा महान राजा होता आणि त्याला कोड्यांसारखे प्रश्न विचारायला आवडायचे. बीरबल नेहमीच याची हुशार उत्तरे देत असे.
पहिल्या कथेत, अकबरने विचारले की त्याची मिशी ओढणाऱ्या व्यक्तीला कोणती शिक्षा द्यायला हवी? दरबारींनी कठोर शिक्षा सुचवल्या, पण बीरबल म्हणाला की त्या व्यक्तीला गोड पदार्थ द्यायला हवेत. अकबर हसला कारण त्याचा नातूच मिशी ओढत होता!
दुसऱ्या कथेत, काही दरबारी अकबरचे खूप कौतुक करीत होते आणि त्याला देवापेक्षा महान म्हणत होते. अकबरने त्यांना हे सिद्ध करायला सांगितले. बीरबल म्हणाला की अकबर कोणालाही आपल्या राज्याबाहेर काढू शकतो, पण देव तसे करू शकत नाही कारण त्याचे राज्य सर्वत्र आहे. अकबर बीरबलच्या हुशारीवर खूश झाला आणि दरबारींना क्षमा केली.
ही कथा बीरबलची चातुर्य आणि अकबरची शहाणपण दाखवते.
Summary in Hindi
यह कहानी सम्राट अकबर और उनके बुद्धिमान मंत्री बीरबल की है। अकबर एक महान राजा थे और उन्हें अजीब सवाल पूछने का शौक था। बीरबल हमेशा चतुराई से जवाब देते थे।
पहली कहानी में, अकबर ने पूछा कि उसकी मूंछ खींचने वाले को क्या सज़ा मिलनी चाहिए? दरबारियों ने कड़ी सजा सुझाई, लेकिन बीरबल ने कहा कि उसे मिठाई दी जानी चाहिए। अकबर हंस पड़ा क्योंकि यह काम उसके पोते ने किया था!
दूसरी कहानी में, कुछ दरबारी अकबर की बहुत तारीफ कर रहे थे और कह रहे थे कि वह भगवान से भी महान हैं। अकबर ने उन्हें इसे साबित करने को कहा। बीरबल ने जवाब दिया कि अकबर किसी को अपने राज्य से निकाल सकते हैं, लेकिन भगवान ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि उनकी सत्ता हर जगह है। अकबर बीरबल के इस चतुर जवाब से खुश हुआ और दरबारियों को माफ कर दिया।
यह कहानी बीरबल की बुद्धिमत्ता और अकबर की समझदारी को दर्शाती है।
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