Short Questions (with Answers)
1. जगदीशचंद्र माथुर का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर : जगदीशचंद्र माथुर का जन्म 16 जुलाई 1917 को शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था।
2. जगदीशचंद्र माथुर ने एम.ए. किस विषय में किया था?
उत्तर : उन्होंने एम.ए. अंग्रेजी में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया था।
3. जगदीशचंद्र माथुर ने आई.सी.एस. परीक्षा कब उत्तीर्ण की?
उत्तर : उन्होंने 1941 में आई.सी.एस. परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
4. जगदीशचंद्र माथुर को किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था?
उत्तर : उन्हें कालिदास अवार्ड और बिहार राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
5. उनकी पहली एकांकी का नाम क्या था?
उत्तर : उनकी पहली एकांकी का नाम ‘मेरी बाँसुरी’ था।
6. जगदीशचंद्र माथुर ने ‘वैशाली महोत्सव’ की शुरुआत कब की?
उत्तर : उन्होंने 1944 में ‘वैशाली महोत्सव’ का बीजारोपण किया था।
7. उनकी प्रसिद्ध कृति ‘भोर का तारा’ कब प्रकाशित हुई?
उत्तर : उनकी कृति ‘भोर का तारा’ 1946 में प्रकाशित हुई थी।
8. जगदीशचंद्र माथुर ने किस विभाग में महानिदेशक के रूप में कार्य किया?
उत्तर : उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो में महानिदेशक के रूप में कार्य किया था।
9. ‘ओ मेरे सपने’ पुस्तक कब प्रकाशित हुई?
उत्तर : ‘ओ मेरे सपने’ पुस्तक 1950 में प्रकाशित हुई थी।
10. जगदीशचंद्र माथुर ने किस विश्वविद्यालय में विजिटिंग फेलो के रूप में काम किया?
उत्तर : उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में विजिटिंग फेलो के रूप में काम किया था।
11. ‘सदानीरा’ निबंध में किस नदी का वर्णन किया गया है?
उत्तर : ‘सदानीरा’ निबंध में गंडक नदी का वर्णन किया गया है।
12. ‘गगन सवारी’ किस प्रकार की रचना है?
उत्तर : ‘गगन सवारी’ एक कठपुतली नाटक है।
13. ‘बोलते क्षण’ किस प्रकार की पुस्तक है?
उत्तर : ‘बोलते क्षण’ एक निबंध संग्रह है।
14. जगदीशचंद्र माथुर ने ‘बंदी’ नाटक कब लिखा?
उत्तर : उन्होंने ‘बंदी’ नाटक 1954 में लिखा था।
15. जगदीशचंद्र माथुर की प्रमुख रचना ‘कोणार्क’ कब प्रकाशित हुई?
उत्तर : उनकी प्रमुख रचना ‘कोणार्क’ 1951 में प्रकाशित हुई थी।
16. ‘दस तस्वीरें’ पुस्तक किस प्रकार की है?
उत्तर : ‘दस तस्वीरें’ रेखाचित्रों और संस्मरणों का संग्रह है।
17. ‘परंपराशील नाट्य’ पुस्तक किस विषय पर आधारित है?
उत्तर : ‘परंपराशील नाट्य’ पुस्तक समीक्षा और नाट्यशास्त्र पर आधारित है।
18. जगदीशचंद्र माथुर को साहित्य में किस युग से जोड़ा जाता है?
उत्तर : उन्हें नेहरू युग की कल्पनाशीलता और नवनिर्माण चेतना से जोड़ा जाता है।
19. ‘ओ सदानीरा’ में किस क्षेत्र के सांस्कृतिक परिवेश का वर्णन है?
उत्तर : ‘ओ सदानीरा’ में चंपारन क्षेत्र के सांस्कृतिक परिवेश का वर्णन है।
20. जगदीशचंद्र माथुर ने किस नदी के किनारे बसे थारू और धाँगड़ जनजातियों का उल्लेख किया?
उत्तर : उन्होंने गंडक नदी के किनारे बसे थारू और धाँगड़ जनजातियों का उल्लेख किया।
Medium Questions (with Answers)
1. जगदीशचंद्र माथुर ने गंडक नदी को किस प्रकार वर्णित किया है?
उत्तर : जगदीशचंद्र माथुर ने गंडक नदी को चंचल और उग्र स्वभाव वाली नदी के रूप में चित्रित किया है। यह कभी शांत होती है तो कभी बाढ़ लाकर विनाशकारी रूप धारण कर लेती है। उन्होंने इसे जीवनदायिनी और विनाशकारी दोनों रूपों में दिखाया है।
2. ‘ओ सदानीरा’ निबंध में थारू और धाँगड़ जनजातियों का वर्णन क्यों किया गया है?
उत्तर : थारू और धाँगड़ जनजातियाँ गंडक नदी के किनारे बसी हुई हैं। लेखक ने उनकी सांस्कृतिक विविधता, नृत्य और कला का वर्णन किया है। यह वर्णन उनके जीवन की जीवंतता और उनकी परंपराओं को दर्शाता है।
3. पुंडलीक जी का चंपारन आंदोलन में क्या योगदान था?
उत्तर : पुंडलीक जी ने भितिहरवा में गांधीजी के निर्देश पर ग्रामीण बच्चों को शिक्षित किया। उन्होंने किसानों को अंग्रेजों के अत्याचारों से मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंग्रेजों द्वारा निर्वासित होने के बावजूद वे लगातार अपने कार्य में जुटे रहे।
4. गांधीजी ने चंपारन में शिक्षा सुधार के लिए क्या कदम उठाए?
उत्तर : गांधीजी ने भितिहरवा, बड़हरवा और मधुबन में ग्रामीण विद्यालय स्थापित किए। इन स्कूलों में बच्चों को व्यावहारिक शिक्षा और चरित्र निर्माण पर जोर दिया गया। उन्होंने शिक्षा को आत्मनिर्भरता और समाज सुधार का साधन बताया।
5. गांधीजी के चंपारन आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर : चंपारन आंदोलन का मुख्य उद्देश्य किसानों को अंग्रेजों के नील खेती के अत्याचार से मुक्त कराना था। गांधीजी ने सत्याग्रह के माध्यम से किसानों के अधिकारों की रक्षा की। उन्होंने सामाजिक और शैक्षिक सुधारों पर भी बल दिया।
6. गंडक नदी के किनारे कौन-कौन से ऐतिहासिक स्थल स्थित हैं?
उत्तर : गंडक नदी के किनारे लौरिया नंदनगढ़, अरेराज और कुशीनगर जैसे ऐतिहासिक स्थल स्थित हैं। ये स्थल बुद्ध, महावीर और अशोक जैसे महापुरुषों से जुड़े हुए हैं। इन स्थानों पर अनेक स्तूप और प्राचीन मंदिर हैं।
7. चंपारन में नील की खेती किसानों के लिए कैसे हानिकारक थी?
उत्तर : अंग्रेज किसानों को जबरन नील की खेती के लिए बाध्य करते थे। किसानों को कम भुगतान मिलता था और अत्यधिक कर लगते थे। यह व्यवस्था किसानों की आर्थिक बदहाली का कारण बन गई थी।
8. नान्यदेव कौन थे और उनका चंपारन से क्या संबंध था?
उत्तर : नान्यदेव चालुक्य नृपति विक्रमादित्य के सेनापति थे। वे नेपाल और मिथिला की विजय यात्रा के दौरान चंपारन में बस गए। उनके वंशजों ने यहाँ कर्णाट वंश की स्थापना की।
9. गांधीजी ने चंपारन में सत्याग्रह के माध्यम से क्या सिद्ध किया?
उत्तर : गांधीजी ने सत्याग्रह के माध्यम से अहिंसा और सत्य की शक्ति का परिचय दिया। उन्होंने किसानों को अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध करना सिखाया। चंपारन सत्याग्रह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण अध्याय बना।
10. लेखक ने चंपारन के वर्तमान और अतीत को कैसे जोड़ा है?
उत्तर : लेखक ने चंपारन के वर्तमान में हो रहे विकास कार्यों को उसके गौरवशाली अतीत से जोड़ा है। उन्होंने गंडक नदी के आसपास बसे ऐतिहासिक स्थलों और जनजातियों का उल्लेख किया है। वर्तमान की योजनाओं को अतीत के संघर्षों का परिणाम बताया है।
11. गांधीजी ने चंपारन में ग्रामीण शिक्षा के लिए कौन-कौन से विद्यालय स्थापित किए?
उत्तर : गांधीजी ने भितिहरवा, बड़हरवा और मधुबन में ग्रामीण विद्यालय स्थापित किए। इन विद्यालयों में व्यावसायिक और नैतिक शिक्षा पर जोर दिया गया। इनका उद्देश्य ग्रामीण बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना था।
12. अरेराज और लौरिया नंदनगढ़ में किस प्रकार के स्तूप स्थित हैं?
उत्तर : अरेराज और लौरिया नंदनगढ़ में मौर्यकालीन स्तूप और अशोक स्तंभ स्थित हैं। ये प्राचीन भारतीय स्थापत्य कला के अद्भुत उदाहरण हैं। इन स्तंभों पर अशोक के शासन के सिद्धांत खुदे हुए हैं।
13. गंडक नदी के किनारे के गाँवों में बाढ़ का प्रभाव कैसे पड़ता है?
उत्तर : गंडक नदी की बाढ़ से किनारे के गाँवों में विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। फसलें नष्ट हो जाती हैं, घर बह जाते हैं और जन-धन की हानि होती है। लेखक ने बाढ़ को विनाशकारी तांडव के रूप में चित्रित किया है।
14. लेखक ने गंडक नदी की तुलना उच्छृंखल कन्या से क्यों की है?
उत्तर : लेखक ने गंडक नदी को उच्छृंखल कन्या इसलिए कहा क्योंकि यह नदी कभी शांत नहीं रहती। इसका स्वभाव चंचल है और यह दिशा बदलकर बहती रहती है। यह कभी वरदान बनती है तो कभी विनाशकारी बाढ़ लाती है।
15. गांधीजी के चंपारन आंदोलन का किसानों पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : गांधीजी के चंपारन आंदोलन से किसानों में आत्मविश्वास और निर्भयता जागी। वे अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ संगठित होकर खड़े हुए। इस आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी।
Long Questions (with Answers)
1. गंडक नदी को लेखक ने किस प्रकार से चित्रित किया है?
उत्तर : लेखक ने गंडक नदी को जीवनदायिनी और विनाशकारी दोनों रूपों में चित्रित किया है। उन्होंने इसे एक ऐसी नदी बताया है जो कभी शांत होती है तो कभी उग्र हो जाती है। इसकी धारा में कोई स्थिरता नहीं है, यह हमेशा चंचल रहती है। लेखक ने इसे उच्छृंखल कन्या और महागंडक जैसे नामों से संबोधित किया है। यह नदी स्थानीय जनजीवन के लिए वरदान भी है और अभिशाप भी।
2. गांधीजी ने चंपारन में शिक्षा सुधार के लिए कौन-कौन से कदम उठाए?
उत्तर : गांधीजी ने चंपारन में भितिहरवा, बड़हरवा और मधुबन में आश्रम विद्यालय स्थापित किए। उन्होंने बच्चों को व्यावहारिक और नैतिक शिक्षा देने पर जोर दिया। उनके विद्यालयों में अक्षरज्ञान के साथ-साथ चरित्र निर्माण को प्राथमिकता दी जाती थी। उन्होंने ग्रामीण बच्चों को आत्मनिर्भर और जागरूक बनाने की दिशा में काम किया। उनकी शिक्षा पद्धति का उद्देश्य समाज के समग्र विकास में योगदान देना था।
3. लेखक ने गंडक नदी के किनारे बसे थारू और धाँगड़ जनजातियों के जीवन को कैसे चित्रित किया है?
उत्तर : लेखक ने थारू और धाँगड़ जनजातियों के सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन का विस्तृत वर्णन किया है। थारू लोग अपनी कला में निपुण हैं और सींक की टोकरियाँ तथा दीपक सुंदरता से सजाते हैं। धाँगड़ जनजाति अपने सामूहिक नृत्य और उल्लासपूर्ण जीवन के लिए प्रसिद्ध है। उनके नृत्य में ओराँव नृत्य का प्रभाव दिखता है, जिसमें वे रंगीन रूमाल लेकर नाचते हैं। यह वर्णन उनकी सांस्कृतिक जीवंतता और परंपराओं को दर्शाता है।
4. चंपारन में अंग्रेजों के नील खेती के अत्याचारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर : अंग्रेज किसानों से जबरन नील की खेती कराते थे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। किसानों को उनकी फसल के बदले उचित मूल्य नहीं मिलता था और कर भी अधिक लगाया जाता था। साहबों के आदेश न मानने पर किसानों को दंडित किया जाता था। शादी-विवाह जैसे अवसरों पर भी किसानों को साहब को नजराना देना पड़ता था। गांधीजी के नेतृत्व में हुए सत्याग्रह ने इस शोषणकारी व्यवस्था को खत्म किया।
5. ‘ओ सदानीरा’ निबंध में लेखक ने गंडक नदी को उच्छृंखल क्यों कहा है?
उत्तर : लेखक ने गंडक नदी को उच्छृंखल इसलिए कहा क्योंकि यह हमेशा अपनी धारा बदलती रहती है। इसका स्वभाव कभी शांत और गंभीर नहीं रहता, बल्कि यह चंचल बनी रहती है। जब यह शांत होती है तो जीवनदायिनी होती है, लेकिन बाढ़ के समय यह विनाशकारी रूप धारण कर लेती है। लेखक ने इसे उग्र और उन्मत्त शक्ति के रूप में चित्रित किया है। इस नदी की प्रवृत्ति को उन्होंने एक उच्छृंखल कन्या के रूप में देखा है।
6. गांधीजी ने चंपारन में सत्य और अहिंसा के माध्यम से क्या सिद्ध किया?
उत्तर : गांधीजी ने चंपारन में सत्य और अहिंसा के बल पर अंग्रेजों के अत्याचारों को समाप्त कर दिया। उन्होंने किसानों को सिखाया कि बिना हिंसा के भी अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया जा सकता है। उनके नेतृत्व में हुए सत्याग्रह ने किसानों में आत्मविश्वास और साहस का संचार किया। यह आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। सत्याग्रह के माध्यम से उन्होंने यह दिखाया कि न्याय के लिए शांतिपूर्ण विरोध भी प्रभावी हो सकता है।
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