छोटे महत्वपूर्ण प्रश्न
1. मंटो का पूरा नाम क्या है?
उत्तर : सआदत हसन मंटो उनका पूरा नाम है।
2. मंटो का जन्म कब हुआ था?
उत्तर : मंटो का जन्म 1912 में हुआ था।
3. मंटो की प्रमुख रचनाओं में से एक का नाम बताइए।
उत्तर : उनकी प्रसिद्ध रचना ‘टोबा टेकसिंह’ है।
4. मंटो ने किस साहित्य शैली में योगदान दिया?
उत्तर : मंटो ने यथार्थवाद को बढ़ावा दिया।
5. उस्ताद मंगू को दुनिया की खबरें कैसे मिलती थीं?
उत्तर : उसे यात्रियों और चर्चाओं से खबरें मिलती थीं।
6. मंगू के अनुसार स्पेन कहाँ स्थित है?
उत्तर : मंगू के अनुसार, स्पेन विलायत में है।
7. उस्ताद मंगू को गोरे लोगों से नफरत क्यों थी?
उत्तर : गोरे लोग उसे तंग करते थे और अपमानित करते थे।
8. मंगू किसकी बद-दुआ को फसाद का कारण मानता था?
उत्तर : मंगू अकबर बादशाह को मिले दरवेश की बद-दुआ को इसका कारण मानता था।
9. मंगू का पेशा क्या था?
उत्तर : वह ताँगा चलाता था।
10. नए कानून के बारे में मंगू ने कहाँ सुना?
उत्तर : उसने दो मारवाड़ियों की बातचीत से यह सुना।
11. मंगू के अनुसार, नया कानून क्या करेगा?
उत्तर : मंगू को लगा कि नया कानून आज़ादी लाएगा।
12. मंगू ने घोड़े की पीठ पर लगाम क्यों ढीली की?
उत्तर : खुशी के कारण उसने घोड़े पर लगाम ढीली की।
13.मंगू ने नया कानून कब देखने का सोचा?
उत्तर : पहली अप्रैल को उसने नया कानून देखने का सोचा।
14. मंगू की उम्मीदें नए कानून से क्यों बढ़ीं?
उत्तर : क्योंकि उसे लगा कि अब भारत में बदलाव होगा।
15. मंगू ने नई कलगी क्यों खरीदी?
उत्तर : उसने नए कानून की खुशी में खरीदी।
16. मंगू ने नेताओं को कैसे परखा?
उत्तर : वह उनकी रैलियों की भीड़ और मालाओं से उन्हें परखता था।
17. मंगू ने किस दिन नया कानून देखा?
उत्तर : पहली अप्रैल को उसने नया कानून देखने की कोशिश की।
18. मंगू ने गोरे को क्या कहा?
उत्तर : उसने व्यंग्य में उसे “साहब बहादुर” कहा।
19. मंगू को नए कानून में क्या खास दिखा?
उत्तर : उसे कोई विशेष बदलाव नहीं दिखा।
20. मंगू ने गोरे से लड़ाई क्यों की?
उत्तर : मंगू ने अपने अपमान का बदला लेने के लिए लड़ाई की।
21. गोरे की छड़ी का मंगू पर क्या असर हुआ?
उत्तर : मंगू ने गुस्से में गोरे को पीटना शुरू कर दिया।
22. मंगू ने गोरे को क्या संदेश दिया?
उत्तर : उसने कहा कि अब हमारा राज है।
23. मंगू को किसने गिरफ्तार किया?
उत्तर : पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
24. गिरफ्तार होने के बाद मंगू क्या चिल्ला रहा था?
उत्तर : वह “नया कानून” चिल्ला रहा था।
25. मंटो की कहानियाँ किस संग्रह में मिलती हैं?
उत्तर : उनकी कहानियाँ ‘स्थायी हाशिये’ संग्रह में मिलती हैं।
मध्यम महत्वपूर्ण प्रश्न
1. मंटो का लेखन शैली और उनके जीवन का प्रभाव क्या था?
उत्तर : सआदत हसन मंटो ने अपने लेखन में यथार्थवाद को नई ऊंचाई दी। भारत-पाक विभाजन का उनके लेखन पर गहरा असर पड़ा, जिससे उनकी कहानियों में समाज की कड़वी सच्चाई और मानवीय संवेदनाएं झलकती हैं। उनकी रचनाएँ ‘खोल दो’ और ‘टोबा टेकसिंह’ इसी यथार्थ का उदाहरण हैं।
2. उस्ताद मंगू को दुनिया की घटनाओं की जानकारी कैसे मिलती थी?
उत्तर : उस्ताद मंगू को यात्रियों और अन्य कोचवानों से दुनिया की घटनाओं की जानकारी मिलती थी। वह खुद कभी स्कूल नहीं गया था, फिर भी लोगों की नजरों में वह ज्ञानी था। उसकी समझदारी और भविष्यवाणी की आदत उसे अद्वितीय बनाती थी।
3. उस्ताद मंगू को अंग्रेजों से नफरत क्यों थी?
उत्तर : मंगू को अंग्रेजों से इसलिए नफरत थी क्योंकि वे भारतीयों पर राज करते और उन्हें नीचा दिखाते थे। गोरे उसे अक्सर परेशान करते, जिससे वह अपमानित महसूस करता था। उनके रंग और व्यवहार को देखकर वह घृणा करता था।
4. नए कानून की खबर सुनकर मंगू का क्या व्यवहार था?
उत्तर : नए कानून की खबर सुनकर मंगू बेहद उत्साहित था। उसने इसे भारतीयों के लिए स्वतंत्रता की शुरुआत समझा और इसे बड़े बदलाव की उम्मीद के रूप में देखा। वह इसे अपनी खुशियों की शुरुआत मान रहा था।
5. मंगू के नए कानून को लेकर क्या विचार थे?
उत्तर : मंगू ने नया कानून भारतीयों के लिए बड़ा बदलाव माना। उसने इसे गोरे अंग्रेजों की शक्ति को खत्म करने वाला समझा। उसकी उम्मीदें इस कानून से जुड़ी थीं, जिससे भारतीयों को आजादी मिलने की संभावना थी।
6. मंगू ने गोरे को पीटने का फैसला क्यों किया?
उत्तर : मंगू को पुराने झगड़े और गोरे के बुरे बर्ताव की याद आई। उसने नए कानून के तहत खुद को शक्तिशाली महसूस किया और गुस्से में आकर गोरे को पीटने का फैसला किया। उसके लिए यह खुद की बेइज्जती का बदला था।
7. मंगू का नए कानून के प्रति विश्वास कैसे बढ़ा?
उत्तर : मंगू ने नए कानून को रूस की समाजवादी व्यवस्था से जोड़ा। उसने इसे भारतीय समाज में बड़े सुधारों की शुरुआत माना। उसकी उम्मीदें इस कानून के बदलाव पर टिकी थीं।
8. मंगू को नया कानून देखने की इतनी उत्सुकता क्यों थी?
उत्तर : मंगू हर नई चीज को उत्सुकता से देखता था। उसे उम्मीद थी कि नया कानून समाज में स्पष्ट बदलाव लाएगा। वह इसे अपनी कल्पना में चमकती चीज के रूप में देखता था।
9. मंगू के विचारों में नेताओं की महानता का मापदंड क्या था?
उत्तर : मंगू नेताओं की महानता उनके जुलूस की भीड़ और फूलों की मालाओं से तय करता था। जिन नेताओं के जुलूस में अधिक हंगामा होता, वे उसकी नजर में बड़े नेता थे। वह इसी आधार पर नया कानून भी आंकना चाहता था।
10. मंगू ने नए कानून को लेकर क्या खाका तैयार किया था?
मंगू ने नए कानून को समाज में बड़े बदलाव का प्रतीक माना। वह सोचता था कि इससे गोरे हमेशा के लिए चले जाएंगे और भारतीयों को आजादी मिलेगी। उसकी कल्पना में यह एक चमकती और नई व्यवस्था थी।
11. गोरे को देखकर मंगू का क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर : मंगू को गोरे को देखकर गुस्सा आ गया क्योंकि वह उसे अपने पुराने अपमान की याद दिला रहा था। हालांकि, उसने पैसे कमाने के लिए उसे छोड़ने का इरादा किया। लेकिन उसका गुस्सा गोरे के व्यवहार के कारण और बढ़ गया।
12. मंगू को नए कानून से क्या उम्मीद थी?
उत्तर : मंगू को नए कानून से उम्मीद थी कि यह भारतीयों की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाएगा। उसने इसे विदेशी शासकों से छुटकारा पाने का जरिया समझा। वह इसे अपनी आजादी और आत्मसम्मान से जोड़कर देखता था।
लंबे महत्वपूर्ण प्रश्न
1. मंटो ने अपनी कहानियों में कौन-कौन से विषय उठाए हैं?
उत्तर : मंटो ने अपनी कहानियों में विभाजन, समाज की कड़वी सच्चाई और मानवीय संवेदनाओं को प्रमुखता से उठाया। उनकी कहानियों में यथार्थवाद का गहरा प्रभाव है, जिसमें समाज के हाशिए पर जी रहे लोगों की पीड़ा झलकती है। ‘टोबा टेकसिंह’ और ‘खोल दो’ जैसी रचनाओं में उन्होंने विभाजन की त्रासदी को प्रभावी ढंग से चित्रित किया। मंटो का लेखन विवादास्पद होते हुए भी सच के करीब था।
2. उस्ताद मंगू को अड्डे पर कैसे जाना जाता था?
उत्तर : मंगू को अड्डे के सभी कोचवान बहुत अक्लमंद मानते थे, भले ही उसने कभी स्कूल का मुंह नहीं देखा था। वह यात्रियों से दुनियाभर की खबरें सुनकर अपनी जानकारी बढ़ाता था। कोचवान उसे अपनी समस्याओं और सवालों का समाधान करने वाला समझते थे। उसकी बातों और भविष्यवाणियों को सभी गंभीरता से लेते थे।
3. उस्ताद मंगू को अंग्रेजों से इतनी नफरत क्यों थी?
उत्तर : मंगू को अंग्रेजों से इसलिए नफरत थी क्योंकि वे भारतीयों को दबाते और नीचा दिखाते थे। गोरों का व्यवहार उसके प्रति अपमानजनक था, जिससे वह हमेशा आहत रहता था। उनके लाल और झुर्रियों भरे चेहरे उसे मृत शरीर की याद दिलाते थे। उनकी उपस्थिति उसे गुलामी और अपने अपमान की प्रतीक लगती थी।
4. मंगू को नए कानून के बारे में जानकर कैसी प्रतिक्रिया हुई?
उत्तर : मंगू ने जब सुना कि नया कानून लागू होने वाला है, तो वह खुशी से फूला नहीं समाया। उसने इसे भारतीयों की आजादी और अंग्रेजों के अंत की शुरुआत माना। उसे लगा कि यह गोरे अंग्रेजों के बुरे दिनों की शुरुआत होगी। उसने इसे समाज में बड़े बदलाव की उम्मीद के रूप में देखा।
5. मंगू का गुस्सा गोरे को देखकर क्यों बढ़ गया?
उत्तर : मंगू को गोरे को देखकर पुराने झगड़े की याद आ गई, जिसमें उसे अपमान सहना पड़ा था। नए कानून की बातों ने उसके आत्मसम्मान को जागृत किया और उसने गोरे को सबक सिखाने का फैसला किया। उसने इसे अपनी बेइज्जती का बदला और नए जमाने की शुरुआत समझा। उसका गुस्सा उसकी कुंठाओं का नतीजा था।
6. मंगू का नए कानून को लेकर दृष्टिकोण क्या था?
उत्तर : मंगू ने नए कानून को भारतीयों के लिए स्वतंत्रता का प्रतीक समझा। वह इसे समाज में बदलाव और अंग्रेजी शासन के अंत का संकेत मानता था। उसके लिए यह कानून एक चमकती चीज थी, जो उसकी उम्मीदों पर खरी उतर सकती थी। वह इसे रूस की समाजवादी व्यवस्था से जोड़कर देखता था।
7. मंगू का जीवन में हर चीज को लेकर क्या नजरिया था?
उत्तर : मंगू हर चीज के असली रूप को देखने के लिए उत्सुक रहता था। वह जल्दबाजी में किसी भी नई चीज का अनुभव करना चाहता था। चाहे नया कानून हो या अपने बच्चे का जन्म, वह हर स्थिति में व्याकुल रहता था। उसका स्वभाव जिज्ञासु और अधीर था, जो उसकी सोच को अनोखा बनाता था।
8. मंगू का गोरों के खिलाफ बर्ताव का क्या संदेश था?
उत्तर : मंगू का गोरों के खिलाफ उठाया कदम गुलामी के विरोध का प्रतीक था। उसने नए कानून को अपनी शक्ति समझा और अंग्रेजों के साथ अपने अपमान का बदला लिया। यह घटना मंगू के भीतर दबी हुई कुंठा और उसके आत्मसम्मान की लड़ाई को दर्शाती है। उसका व्यवहार गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने की कोशिश को दिखाता है।
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