The Concert
Summary in Marathi
“द कॉन्सर्ट” ही एक हृदयस्पर्शी कहाणी आहे जी स्मिता आणि तिचा भाऊ अनंत यांच्या भावनिक प्रवासाभोवती फिरते. स्मिता आणि अनंत हे गगनपूर येथील दोन भावंडं आहेत, जे मुंबईत कर्करोगाच्या उपचारासाठी आले आहेत. अनंत, वयाने फक्त पंधरा वर्षांचा, टेबल टेनिस आणि सतार वादनात हुशार आहे, पण त्याला कर्करोग आहे आणि तो गंभीर आजारी आहे. एके दिवशी, स्मिताला वृत्तपत्रात पंडित रविशंकर यांच्या मैफलीची बातमी मिळते, आणि अनंतला ही मैफल पाहण्याची तीव्र इच्छा आहे, ज्याला तो “आयुष्यातील एकमेव संधी” मानतो. पण त्याची प्रकृती त्याला मैफलीला जाण्याची परवानगी देत नाही. स्मिता, आपल्या भावाच्या इच्छेपुढे हतबल आहे, पण ती एक धाडसी योजना आखते. ती आपल्या वडिलांसोबत मैफलीला जाते आणि मैफल संपल्यानंतर पंडित रविशंकर आणि उस्ताद अल्लाह राखा यांना भेटून अनंतच्या इच्छेबद्दल सांगते. ती त्यांना अनंतसाठी घरी येऊन सतार वाजवण्याची विनंती करते. पंडितजी आणि उस्ताद, स्मिताच्या भावनांना मान देऊन, दुसऱ्या दिवशी आंटी सुषीलाच्या घरी येतात आणि अनंतसाठी खास मैफल सादर करतात. ही मैफल अनंतच्या आयुष्यातील शेवटची आनंदाची घटना ठरते, कारण तो त्या सुखद क्षणातच शांतपणे जग सोडतो. ही कहाणी प्रेम, त्याग, आणि संगीताच्या सामर्थ्याची सुंदर कथा सांगते, जी आपल्याला जीवनातील छोट्या क्षणांचे महत्त्व शिकवते.
Summary in English
“The Concert” is a touching story that revolves around Smita and her younger brother Anant, who are from Gaganpur and have come to Bombay for Anant’s cancer treatment. Anant, only fifteen, is a talented table tennis player and sitar learner, but he is critically ill with cancer. One day, Smita reads in the newspaper about a concert by the renowned sitar maestro Pandit Ravi Shankar, which excites Anant, who calls it “the chance of a lifetime.” However, his weak condition prevents him from attending. Smita, heartbroken by her brother’s illness and his unfulfilled wish, decides to take a bold step. She attends the concert with her father, mesmerized by the music, but her mind is set on a plan. After the concert, she bravely approaches Pandit Ravi Shankar and Ustad Allah Rakha, explaining Anant’s condition and his longing to hear them play. Moved by her plea, the maestros agree to perform for Anant at their aunt Sushila’s apartment the next morning. The neighbors are shocked to see such legendary musicians arrive. Pandit Ravi Shankar and Ustad Allah Rakha play a special concert for Anant, filling his final moments with joy and peace as he passes away gently during the performance. This story beautifully highlights themes of love, sacrifice, and the power of music to bring comfort and happiness, teaching us to cherish life’s fleeting moments.
Summary in Hindi
“द कॉन्सर्ट” एक भावुक कहानी है जो स्मिता और उसके छोटे भाई अनंत के इर्द-गिर्द घूमती है। स्मिता और अनंत गगनपुर से हैं और अनंत के कैंसर के इलाज के लिए मुंबई आए हैं। अनंत, जो केवल पंद्रह साल का है, टेबल टेनिस और सितार वादन में बहुत प्रतिभाशाली है, लेकिन वह कैंसर से गंभीर रूप से बीमार है। एक दिन, स्मिता अखबार में पंडित रविशंकर के संगीतमय कार्यक्रम की खबर पढ़ती है, जिसे सुनकर अनंत बहुत उत्साहित हो जाता है और इसे “जीवन की एकमात्र अवसर” कहता है। लेकिन उसकी कमजोर हालत उसे कार्यक्रम में जाने की अनुमति नहीं देती। स्मिता, अपने भाई की इच्छा और उसकी बीमारी से दुखी, एक साहसी योजना बनाती है। वह अपने पिता के साथ कार्यक्रम में जाती है और संगीत का आनंद लेती है, लेकिन उसका ध्यान अपनी योजना पर रहता है। कार्यक्रम के बाद, वह हिम्मत जुटाकर पंडित रविशंकर और उस्ताद अल्लाह राखा से मिलती है और अनंत की हालत और उसकी इच्छा के बारे में बताती है। वह उनसे अनंत के लिए घर पर सितार बजाने की गुजारिश करती है। स्मिता की भावनाओं से प्रभावित होकर, दोनों महान संगीतकार अगली सुबह आंटी सुशीला के घर आने को राजी हो जाते हैं। पड़ोसी इन प्रसिद्ध संगीतकारों को देखकर हैरान रह जाते हैं। पंडित रविशंकर और उस्ताद अल्लाह राखा अनंत के लिए एक विशेष संगीतमय प्रस्तुति देते हैं, जो उसके जीवन के आखिरी पलों को आनंद और शांति से भर देता है, और वह उस सुखद क्षण में धीरे-धीरे दुनिया छोड़ देता है। यह कहानी प्रेम, बलिदान और संगीत की शक्ति को दर्शाती है, जो हमें जीवन के छोटे-छोटे पलों की कीमत सिखाती है।
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