ठोसों के यांत्रिक गुण नोट्स
• किसी वस्तु का पूर्णतया दृढ़ होने के लिए यंग प्रत्यास्थता गुणांक का मान अनंत होना चाहिए।
• रबड़ की अपेक्षा इस्पात (जैसे स्टील) की बनी वस्तु अधिक प्रत्यास्थ उत्पन्न करती है।
• संपीड्यता का एस आई मात्रक मीटर2/न्यूटन होता है।
• विकृति का कोई मात्रक नहीं होता है यह एक मात्रकहीन राशि है।
• पायसन अनुपात का मान ठोस पदार्थों के लिए 0.5 से कम होना चाहिए।
पायसन अनुपात (प्वासो अनुपात)
पार्श्विक विकृति तथा अनुदैर्ध्य विकृति के अनुपात को पायसन अनुपात (poisson ratio) कहते हैं। इसे σ से प्रदर्शित करते हैं।
पायसन अनुपात σ = अनुदैर्ध्य विकृति / अनुदैर्ध्य विकृति
σ = \( \frac{∆D/D}{∆L/L} \)
σ = \( \frac{∆D}{∆L} × \frac{L}{D} \)
संपीड्यता
किसी पदार्थ के आयतन प्रत्यास्थता गुणांक (B) के व्युत्क्रम को उस पदार्थ की संपीड्यता (compressibility in hindi) कहते हैं। इसे β से प्रदर्शित करते हैं।
β = 1/आयतन प्रत्यास्थता गुणांक
β = 1/B
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