गुरुत्वाकर्षण नोट्स
ब्रह्मांड का प्रत्येक कण दूसरे सभी कणों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस आकर्षण बल को गुरुत्वाकर्षण कहते हैं। अथवा ब्रह्मांड के किन्हीं दो पिंडों के मध्य गुरुत्व के कारण लगने वाले बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते हैं।
इस अध्याय को अलग-अलग तैयार किया गया है। जिनका लिंक नीचे दिया गया है यहां गुरुत्वाकर्षण अध्याय से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु –
• सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह प्लूटो है।
• सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह बुध है चूंकि यह सूर्य के सबसे निकट है।
• सबसे ज्यादा उपग्रह बृहस्पति के हैं जो संख्या में 63 हैं। जबकि पृथ्वी का एक ही उपग्रह है चंद्रमा।
• पृथ्वी तल से ऊपर जाने पर गुरुत्वीय त्वरण का मान घटता जाता है। एवं पृथ्वी तल से नीचे जाने पर भी गुरुत्वीय त्वरण का मान घटता है।
• गुरुत्वीय त्वरण का मान पृथ्वी के ध्रुवों पर अधिकतम तथा भूमध्य रेखा पर न्यूनतम होता है।
• गुरुत्वीय क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक न्यूटन/किग्रा तथा विमीय सूत्र [LT-2] होता है।
ग्रह
आकाश में सूर्य के चारों ओर विभिन्न पिंड अपनी-अपनी कक्षाओं में घूमती रहती हैं इन आकाशीय पिंडों को ग्रह कहते हैं। सूर्य के नौ ग्रह हैं।
बुध ग्रह सूर्य के सबसे निकट है इसलिए यह सबसे गर्म ग्रह है जबकि बृहस्पति सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है।
गुरुत्वीय क्षेत्र की तीव्रता
पृथ्वी के गुरुत्वीय क्षेत्र में किसी बिंदु पर रखे एकांक द्रव्यमान के पिंड पर आरोपित बल को उस बिंदु पर गुरुत्वीय क्षेत्र की तीव्रता कहते हैं। इसे I इसे प्रदर्शित करते हैं।
माना m द्रव्यमान की वस्तु पर लगने वाला बल d है तो
I = F/m
यह एक सदिश राशि है गुरुत्वीय क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक न्यूटन/किग्रा होता है एवं विमीय सूत्र
[LT -2 ] होता है।
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